प्रश्न (२) भारत को किससे बचाना है?
उत्तर:- भारतीय काले अंग्रेजों से।
प्रश्न (३) काले अंग्रेज का मतलब?
उत्तर:- तथाकथित आजादी से आज तक जो भी सरकारी व्यवस्था में थे, और आज भी हैं, वे सभी के सभी काले अंग्रेज हैं। उनकी मानसिकता अंग्रेजियत है, क्योंकि उनकी सोच हैं कि भारत के विकास में अंग्रेजों की भूमिका महत्वपूर्ण है। जबकि यह सच है कि कोई भी देश शक्तिशाली बना है तो वह अपनी स्वदेशी नीतियों के कारण ही।
प्रश्न (४) भारत बचाओ आंदोलन के प्रेरक कौन-कौन हैं?
उत्तर:- राजीव दीक्षित, सुभाष चन्द्र बोस, भगत सिंह, बाल गंगाधर तिलक, नाना जी, रानी लक्ष्मीबाई आदि सभी शहीद हमारी प्ररेणा के स्रोत हैं।
प्रश्न (५) भारत में एक-एक चीज जैसे “ये आजादी नहीं धोखा है, लोकतंत्र नहीं लूटतंत्र है, विदेशों में जमा कालाधन, पीने वाला ठण्डा नहीं टाॅयलेट क्लीनर है, चार सफेद जहर” आदि का पर्दाफाश करने वाले कौन थे?
उत्तर:- राजीव दीक्षित जी ।
प्रश्न (६) भारत में एक-एक समस्या से लेकर स्वास्थ्य के प्रति जन-जन को जागरूक करने का श्रेय किसे प्राप्त है?
उत्तर:- राजीव दीक्षित को।
प्रश्न (७) राजीव दीक्षित कौन थे?
उत्तर:- राजीव दीक्षित आधुनिक युग में असाधारण प्रतिभा के धनी और स्वदेशी विचार के जनक थे। वे जन-जन में स्वदेशी का अलख जगाने वाले बेवाक वक्ता थे। उन्होंने मात्र ४३ साल में भारत और विदेश में स्वदेशी चिकित्सा से लेकर आतंकवाद पर करीब १५००० व्याख्यान दिए। उनसे कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं रहा। उनका कहना था कि “दुनिया में ऐसी कोई बीमारी नहीं,जिसका इलाज नहीं; ऐसी कोई समस्या नहीं,जिसका समाधान नहीं “।
प्रश्न (८) भारत बचाओ आंदोलन की प्राथमिकता क्या है?
उत्तर:- मिलावटी व जहरीलें खाद्यपदार्थों से जन-जन को बचाने के लिए देश के किसानों को गोबर खाद पर आधारित जैविक खेती करने के लिए प्रेरित करना। फिर शिक्षा के क्षेत्र में गुरुकुल की स्थापना एवं प्रचार-प्रसार, देशी गौमाता का पालन पोषण और देशी बीज का उत्पादन, उपयोग, संरक्षण व संवर्धन करना।
प्रश्न (९) आज हर कोई बीमार है, किसी को एक तो किसी को 10 रोग हैं। ऐसे में कैसे लोगों को स्वस्थ करेंगे ?
उत्तर:- योगाभ्यास, घरेलू चिकित्सा, आहार विहार, दिन और ऋतुचर्या द्वारा जन-जन को अपने स्वास्थ्य की रक्षा स्वयं ही करने के लिए जागरूक करेंगे, ताकि कोई रोगी हो ही नहीं।
प्रश्न (१०) आज समाज जाति, धर्म, लिंग आदि में बंटकर रह गया है, एक दूसरे की उन्नति देखना नहीं चाहता, ऐसे में कैसे होगा समाधान?
उत्तर:- भारत बचाओ आंदोलन के सिद्धांत के अनुसार सबसे पहले अपने नाम के आगे-पीछे जातिसूचक शब्दों को हटाकर जाति, धर्म, लिंग, वर्ण,वर्ग, संप्रदाय, भाषा, क्षेत्रवाद आदि की संकीर्ण भावना से ऊपर उठना होगा। यह संगठन राष्ट्रहित के लिए कार्य कर रहा है और करते रहेगा। सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, शैक्षणिक व धार्मिक शोषण से मुक्त पारस्परिक भाईचारा, समता और समरसता पर आधारित नशामुक्त, न्यायसंगत, कर्तव्यप्रधान समाज का निर्माण करना ताकि कोई दुखी हो ही नहीं।
(११) भारत को भारतीय मान्यताओं और परंपराओं पर खड़ा करना एक बहुत ही मुश्किल और असंभव सा कार्य है। ऐसे में कैसे एक स्वस्थ, सशक्त और समृद्ध भारत का निर्माण होगा?
उत्तर:- भारत बचाओ आंदोलन त्याग, ईमानदारी, सच्चाई, कड़ी मेहनत, पक्का इरादा और दूरदृष्टि जैसे ब्रह्मास्त्रों का प्रयोग कर इस कठिन से कठिन कार्य को करेंगा। भारत बचाओ आंदोलन नाम की यह संस्था देश के एक-एक गांव में जाकर जन-जन को जागरूक कर लोगों को स्वस्थ, सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाएगी। फिर भारत बचाओ आंदोलन पूरे भारतवर्ष को भारतीय मान्यताओं और परंपराओं पर खड़ा करने में सक्षम हो जाएगा।