भोजन पालथी मारकर ही करना चाहिए
भारत बचाओ आंदोलन की ओर से रविवार को मानगो स्थित गांधी घाट में जागरुकता कार्यक्रम किया गया जिसमें लोगों को भोजन से संबंधित जानकारी दी गई। संस्था के संस्थापक स्व. राजीव दीक्षित के वीडियो से बताया गया कि भोजन कभी भी खड़े होकर तो करना ही नहीं चाहिए, टेबुल-कुर्सी पर भी बैठकर भोजन नहीं करना चाहिए। भोजन हमेशा पालथी मारकर ही करना चाहिए।
इससे पूर्व बताया गया कि भोजन के 40 मिनट पहले भरपेट पानी सकते हैं, खाते समय नहीं। भोजन के बीच में वही लोग पानी पी सकते हैं जिसे बवासीर, मूल व्याध, भगंदर आदि बीमारी हो। सूर्योदय से पहले बिना मुंह साफ किए कम से कम सवा लीटर पानी पीने की आदत डालनी चाहिए, इससे कई प्रकार की बीमारी नहीं होती। इसके लिए आवश्यक है कि रात को सोते समय मुंह को अच्छी तरह साफ कर लिया जाए। बेहतर होगा कि सुबह में हल्का गर्म पानी सालों भर पीएं, इसका लाभ हर व्यक्ति को होता है। यह वात रोगी के लिए दवा के समान है। दिन भर में व्यक्ति को अपने शरीर के वजन के दसवें हिस्से के बराबर पीना चाहिए। कार्यक्रम का आयोजन संस्था के जिलाध्यक्ष अरविंद प्रसाद ने किया।
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भोजन करने के अन्य तरीके
– कुछ भी खाएं, धीरे-धीरे खाएं। जल्दबाजी या तनाव हो तो भोजन ना करें।
– दूध-दही एक साथ ना खाएं। पापड़ के साथ भी दूध का सेवन ना करें, यह हृदयाघात की संभावना बढ़ाता है।
– भोजन के बाद चार से छह घंटे का अंतर होना चाहिए। इसके बीच में हर आधे घंटे पर पानी, जूस, फल आदि ले सकते हैं।
– गर्म भोजन के बाद आइसक्रीम नहीं खाना चाहिए।
– संभव हो तो पूर्व दिशा में ही सिर करके सोना चाहिए। उत्तर दिशा में कभी भी सिर नहीं रखना चाहिए।